कोविड से हुई मौतों पर सरकार आश्रितों को तुरंत मुआवजा करे जारी : राणा
अभी तक मुआवजा न मिलना सरकार की नाकामी का सबूत
संवाददाता
हमीरपुर 26 नवंबर
महंगाई व बेरोजगारी की मार से तिल-तिल मर रही जनता को महामारी के कहर से मरने वाले आश्रितों को मुआवजा देने में सरकार नाकाम रही है। कोविड-19 से हुई मौतों के आश्रित सरकार की तरफ टकटकी लगाए हुए हैं लेकिन सरकार ने अभी तक कोविड-19 की पहली लहर में मरे लोगों के आश्रितों को सही से मुआवजा नहीं दिया है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा चलाए गए डंडे से प्रदेश सरकार जागी है, लेकिन अभी तक भी 478 अधिकारिक मौत के आंकड़ों में से 192 मौत का शिकार हुए लोगों के आश्रितों को मुआवजा देने की जानकारी आ रही है। जो कि सरकार की नाकामी का सबूत है। उन्होंने कहा कि अभी तक 478 लोगों को मुआवजा मिल जाना चाहिए था। लेकिन सरकार पूरे प्रभावित लोगों को मुआवजा नहीं दे पाई है। राणा ने कहा कि महामारी के दौरान कुल 3821 में से सबसे ज्यादा 1168 मौतें जिला कांगड़ा में हुई थी। इस जिले में मात्र 49 लोगों को अभी तक मुआवजा देने की सूचना है। उन्होंने कहा कि कोरोना से होने वाली हर मौत पर पूरे देश में प्रभावित आश्रितों को 50 हजार रुपए का मुआवजा दिया जा रहा है। राणा ने कहा कि अब तक जिला सिरमौर में हुई 211 मौतों में से किसी भी प्रभावित आश्रित को सरकार ने मुआवजा नहीं दिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला में 461 मौतों में से सिर्फ 1 आश्रित को मुआवजा दिया गया है। जबकि किन्नौर में हुई 39 मौतों में से अभी तक किसी को मुआवजा नहीं मिला है। हमीरपुर में हुई 300 मौतों में से मात्र 6 लोगों को मुआवजा मिला है। जबकि जिला सोलन में 314 मौतों के प्रभाविता आश्रितों में से सिर्फ 2 लोगों को मुआवजा मिला है। कमोवेश समूचे हिमाचल में अभी तक मुआवजे की स्थिति एक जैसी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिलों में कोविड-19 से हुई मौतों पर सरकार अभी तक सिर्फ 17 करोड़ के करीब मुआवजे की राशि जारी कर पाई है। लेकिन सरकार की ढीली प्रशासनिक पकड़ का सबूत यह है कि मुआवजा राशि जारी होने के बावजूद बहुत से जिले अभी तक मुआवजा राशि जारी नहीं कर रहे हैं। मंडी, सिरमौर, हमीरपुर, सोलन में तो मृतकों के परिजनों को मुआवजा राशि जारी नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो सरकार महामारी की त्रासदी से पीडि़त लोगों को मुआवजा राशि देने में इतनी उदासीनता अपना रही है वह सरकार जनता के प्रति कितनी निष्ठुर है। इसका अंदाजा भी सहज लगाया जा सकता है। राणा ने मांग की है कि सरकार तत्काल प्रभाव से कोविड-19 से हुई 3821 मौतों के आश्रितों को तुरंत मुआवजा जारी करे व इसके अतिरिक्त जिन जिलों से जानकारी के अभाव में मुआवजे के आवेदन नहीं आए हैं उन जिलों में कोविड-19 से हुई मौतों को चिन्हित करके तुरंत मुआवजा जारी करे।