
जालंधर: कोरोना महामारी के कारण देश में जहाँ मंदी का दौर चल रहा हैं वहीं घर का खर्चा चलाने के लिए मासूम बच्चों को अपनी पढ़ाई छोड़ सड़कों पर काम करने के लिए उतरने पर मजबूर होना पड़ रहा है । जालंधर में गरीब घर के दो बच्चे सड़कों पर पापड बेचते हुए नजर आए तभी प्रथम न्यूज की टीम ने वीडियो शूट कर लिया। मिनी लाकडाउन ने कारण जहाँ घर का बजट चरमरा गया है वहीं अब बच्चे रोजी रोटी के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। सरकार व प्रशासन के लिए इससे ज्यादा शर्म की क्या बात हो सकती है? जिन्होंने जरूरत मंदो के लिए कुछ नहीं किया और न ही कोई ठोस योजना बनाई है कि मजबूर लोग इस दौर में कैसे जी पाएंगे? जो बच्चे देश का भविष्य हैं, आज कमजोर व लाचार सिस्टम के चलते उनका भविष्य खतरे में हैं। यह बच्चे अपनी मज़बूरी किसके आगे बताए। माता पिता की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह बच्चे खेलने कूदने के समय में घर का आर्थिक हालात सुधरने के लिए सड़को पर पप्पड़ बेचने को मजबूर हैं । क्या देश का भविष्य ऐसा होगा जहा आर्थिक तंगी के कारण बच्चों को काम करना पड़ेगा ?


