जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने मानवतावादी पुलिसिंग में एक नई मिसाल कायम किया,
योग नागरिकों को टीका लगाने के लिए पुलिस अस्पताल के दरवाजे खोले
जालंधर, 10 मई ( शिव कुमार, देव राज )
जालंधर पुलिस कमिश्नर ने शहर के नागरिकों के लिए कोविड टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय पुलिस अस्पताल के दरवाजे खोलकर कोरोना वायरस महामारी के दौरान मानवीय पुलिसिंग में एक और मिसाल कायम की है।
आगे विस्तार से बताते हुए पुलिस आयुक्त श्री गुरप्रीत सिंह भुल्लर जो इस महामारी के प्रकोप में पुलिस बल का बहादुरी से नेतृत्व कर रहे हैं, ने कहा कि पुलिस कर्मियों को पुलिस अस्पताल में टीका लगाया जा रहा था, जो Covid-19 महामारी के समय फ्रंट में एक योद्धा के रूप में लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि महामारी के मामलों की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर जालंधर पुलिस कमिश्नरेट ने लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए स्थानीय लोगों के लिए पुलिस अस्पताल के दरवाजे खोल दिए हैं और इस पुलिस हस्पताल में प्रतिदिन बड़ी संख्या में योग्य नागरिकों का टीकाकरण किया जा रहा है।
इस संकट की घड़ी में लोगों की सेवा के लिए जालंधर आयुक्तालय पुलिस की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए आयुक्त ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के अलावा पुलिस लोगों को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अब तक 3168 व्यक्तियों को पुलिस अस्पताल में टीका लगाया जा चूका हैं जिसमें से 789 पुलिस कर्मी हैं, 143 उनके परिवार के सदस्य हैं और 2236 स्थानीय लोग हैं। श्री भुल्लर ने कहा कि पुलिस आयुक्त नागरिकों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध हैं और संकट की इस घड़ी में लोगों को राहत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
जिक्रयोग यह हैं कि पुलिस उपायुक्त श्री गुरमीत सिंह इस शिविर के प्रभारी हैं। जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के अलावा, लोगों को राहत देने में आयुक्तालय पुलिस ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिछले साल मार्च में महामारी की शुरुआत के बाद से पुलिस कमिश्नरेट ने 5.73 लाख पैकेट सूखे राशन और 44932 पैकेटों को पका हुआ भोजन ज़रूरतमंदों में वितरित किया। इसी तरह कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पुलिस ने कर्फ्यू / तालाबंदी नियमों का उल्लंघन करने पर 2002 FIR- दर्ज की और उनसे लगभग 4.50 करोड़ रुपये जुर्माने के रूप में बसूले।
इस बीच जालंधर के लाडोवाली रोड निवासी श्रीमती उषा ने जालंधर कमिश्नरेट पुलिस की पहल का स्वागत किया और कहा कि कमिश्नरेट पुलिस की इस पहल से उन्हें अपने घर के पास टीका लगाने में बहुत मदद मिली है। उन्होंने कहा कि बुढ़ापे के कारण उनका दूर जाना बहुत मुश्किल था और पुलिस कमिश्नरेट के प्रयासों की बदौलत वे अपने घर के पास टीका लगवाने में सक्षम हुई ।
इसी प्रकार गुरु तेग बहादुर नगर की निवासी श्रीमती ज्योतिका ने भी श्री गुरप्रीत सिंह भुल्लर द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और कहा कि यह एक नया मील का पत्थर हैं जिसका उद्देश्य स्थानीय निवासियों को टीकाकरण करके में मदद करना और कोविद महामारी से बचाब की जंग में जितना हैं।