देवियों को पूजने वाले इस देश में बेटियों की सुरक्षा क्यों बन गई है मजाक?
एसडीएम पर रेप का आरोप: 6 दिन से लापता, हाईकोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज की
पीडिता है ताकवाडों की नैशनल खिलाड़ी
शिमला, अग्रवाल: ‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता’ यानी जहां नारियों की पूजा होती है, वहां देवताओं का निवास होता है। यह श्लोक, आपने-मैंने हम सभी ने पढ़ा और सुना होगा लेकिन, क्या वाकई ऐसा हो रहा है?
हमारे देश में महिलाओं को देवी मानकर पूजा जाता है और महिलाओं के सम्मान के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं लेकिन, हर दिन अखबार के पन्नों पर आने वाले हेडलाइन्स, टीवी और सोशल मीडिया का खबरें और हमारे आस-पास होने वाली घटनाएं इन दावों की पोल खोलती नजर आती हैं।
हाल-फिलहाल में भी देश में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जो पूछ रही हैं कि मंदिरों में देवी की पूजा अगर हम वाकई सच्चे मन से करते हैं, तो असल जिंदगी में हर दूसरे दिन महिलाओं संग रेप, घरेलू हिंसा, दहेज हत्या और न जाने कितने अपराधों के मामले कैसे सामने आते हैं।
सूवे के ऊना जिले के एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान पर रेप का आरोप लगा है। वह पिछले छह दिनों से लापता हैं और पुलिस उन्हें अब तक ढूंढ नहीं पाई है। गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है।जस्टिस राकेश कैंथला ने अपने फैसले में कहा कि रेप जैसे गंभीर मामले में गिरफ्तारी से पहले जमानत नहीं दी जा सकती।
इस मामले में अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को होने की संभावना है। विश्व मोहन देव चौहान पर रेप के अलावा जान से मारने की धमकी देने और अपने पद का गलत इस्तेमाल करने के भी आरोप हैं।पीड़िता जो कि नैशनल खिलाड़ी है ने आरोप लगाया है कि 10 अगस्त को एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चौहान ने अपने दफ्तर में जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद रेस्ट हाउस में भी ब्लैकमेल कर संबंध बनाए गए और वीडियो दिखाकर धमकाया गया।
एक महिला ने एक उपमंडलाधिकारी (एसडीएम ) पर शादी का झांसा देकर यौन संबंध बनाने, ब्लैकमेल करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने 23 सितंबर को पुलिस में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराई है। इससे पहले, महिला ने 28 अगस्त को महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी।
पीड़िता के अनुसार, उसकी बातचीत एसडीएम से सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू हुई थी। अधिकारी ने उसे कई बार अपने कार्यालय बुलाया। 10 अगस्त को जब वह एसडीएम कार्यालय पहुंची, तो अधिकारी उसे अपने निजी केबिन में ले गया। वहां उसने युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाए।
महिला ने बताया कि 20 अगस्त को अधिकारी ने उसे ऊना के रेस्ट हाउस में बुलाया। एसडीएम ने उसे व्हाट्सएप पर संदेश भेजकर अपना नाम ‘स्नेहा’ और खुद को ‘असिस्टेंट प्रोफेसर सोलन’ बताने को कहा। पीड़िता शाम करीब 07:45 बजे रेस्ट हाउस पहुंची, जबकि अधिकारी रात करीब 10:00 बजे आया।
पीड़िता के मुताबिक, उस दिन भी अधिकारी ने जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। जब युवती ने शिकायत करने की बात कही, तो अधिकारी ने दोबारा शादी करने का भरोसा दिया। उसी दिन अधिकारी ने 10 अगस्त को बनाए गए शारीरिक संबंधों का वीडियो भी दिखाया। पीड़िता ने अधिकारी पर इस वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करने का भी आरोप लगाया है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब उसने दोबारा शादी के लिए कहा, तो एसडीएम ने बताया कि उसकी पहले ही सगाई हो चुकी है। अधिकारी ने यह भी कहा कि वह ऊना का शासक है और उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, और उसे जान से भी खत्म करवा सकता है। पीड़िता ने कई बार संपर्क करके वीडियो डिलीट करने को कहा, लेकिन अधिकारी ने इनकार कर दिया और ब्लैकमेल करता रहा। पीड़िता को 27 अगस्त को घर से धक्का देकर निकाल दिया गया था।
वहरहाल कानून सख्त हैं… हम पढ़े-लिखे समाज होने का भी दावा करते हैं और बेटियों की देवियों की तरह पूजना तो अपनी संस्कृति मानते हैं लेकिन, माफ कीजिएगा आंकड़े और इस तरह की खबरें हमारी सारी बातों को झूठा ठहरा देती हैं।
क्या कहते हैं एस पी ऊना
एसपी ऊना अमित यादव का कहना है कि युवती कि शिकायत पर जांच करते हुए जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट में सवमिट कर दी है ।वहीं आज सांयकाल तक फरार एसडीएम का कोई सुराग नहीं लग सका है।जवकि इस पुरे घटनाक्रम को लेकर जव सूवे के डीजीपी अशोक तिवारी का पक्ष जानना चाहा तो उनहोंने कोई रिसपोंस नहीं दिया ।