शिमला( वीना पाठक): हिमाचल प्रदेश में कोरोना के खतरे के बीच आज सोमवार से स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू हो गईं। पहले दिन दसवीं और जमा दो के विद्यार्थी स्कूल आए। स्कूलों में इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर दी गई। यदि अभिभावक कोरोना के डर की वजह से बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं तो ऐसे बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। विद्यार्थी घर पर रहकर ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए क्लासरूम में सिटिंग प्लान भी बदला गया है। एक बैंच पर एक ही विद्यार्थी को बैठने की अनुमति है। स्कूल में न तो प्रार्थना सभा हुई और न ही खेल गतिविधियां। यही नहीं विद्यार्थी परिसर में एक साथ खड़े भी नहीं हो सकेंगे। शिक्षकों को भी शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन करना होगा। कक्षा खत्म करने के बाद शिक्षक जब स्टाफ रूम में आएंगे तो वहां पर तय क्षमता से 50 फीसद ही शिक्षक एक समय में बैठ सकेंगे। स्कूलों में हाजिरी की शर्त को फिलहाल अनिवार्य नहीं किया गया है। लंच ब्रेक और आने-जाने का समय कक्षावार अलग-अलग रहेगा। थर्मल स्कैनिंग सबकी होगी। यदि किसी को बुखार-जुकाम है तो उसका रिकार्ड रखा जाएगा।
सोमवार से बुधवार को पहले तीन दिन 10वीं और 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों स्कूल में पढ़ाई के लिए बुलाया गया है जबकि वीरवार से शनिवार तक नौवीं व 11वीं की कक्षाएं लगाएंगे। जिला ऊना में करीब 137 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में विद्यार्थियों के आगमन के लिए स्कूल प्रबंधन ने तैयारियां कर ली थीं। कोविड-19 से बचाव के मद्देनजर कक्षाओं को पूरी तरह से सैनिटाइज करने का कार्य किया गया। कक्षाओं में प्रवेश से पूर्व सैनिटाइजर और हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था को पुख्ता बनाया गया है ताकि किसी भी सूरत में विद्यार्थी संक्रमण की चपेट से दूर रहें। वहीं, अध्यापकों ने भी स्कूलों में पहुंचने वाले विद्यार्थियों को बैठाने के लिए एक डेस्क छोड़ 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कक्षाएं संचालित करने तथा छात्रों को कोविड नियमों का पालन करने का आह्वान किया।