जालंधर प्रेस क्लब से दुम दबाकर भागे आप नेता राघव चड्ढा, आप वर्करों ने खुद खोला चड्ढा व पार्टी के खिलाफ मोर्चा
–चड्ढा पर पुराने वर्करों ने लगाया पैसे देकर टिकट बेचने का आरोप, वर्कर बोले, चड्डा ने आप पार्टी को भी बनाया भ्रष्ट
जालंधर, 7 जनवरी(फकीरचंद भगत/ शिवकुमार):
चंडीगढ़ में नगर निगम के चुनावों के पश्चात पंजाब विधानसभा चुनावों को लेकर लगातार शिखर पर चल रही आम आदमी पार्टी को उनके पुराने वर्करों ने ही भ्रष्ट करार दिया है। यही नहीं, जालंधर के आप वर्करों द्वारा आप नेता राघव चड्ढा पर जालंधर के विभिन्न हलकों में पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप भी लगाया गया है। बता दें कि शुक्रवार को केंद्रीय एवं उत्तर हल्के के उम्मीदवारों को घोषित करने के लिए आप नेता राघव चड्ढा द्वारा प्रेस वार्ता की गई। आप नेता के फैसलों से लगातार खफा पुराने वर्करों द्वारा पहले तो राघव चड्ढा को काले झंडे दिखाकर विरोध जाहिर किया गया। लेकिन इसके बाद ही जब केंद्र एवं उत्तर हल्के से अलग ही उम्मीदवारों को पार्टी का टिकट दिया गया है तो आप के दो गुटों में नौबत झड़प पर उतर आई। मौके का फायदा उठाकर राघव चड्ढा दमदमा कर भाग निकले। बता दें कि राघव चड्ढा द्वारा कांग्रेस छोड़के आप में शामिल हुए दिनेश ढल्ल को आपका सह प्रभारी जबकि रमन अरोड़ा को केंद्रीय हलके से उम्मीदवार घोषित कर दिया था। इसी दौरान उम्मीदवारी के दावेदार टिकट न मिलने से नाराज चल रहे जालंधर वेस्ट हल्के से डा. शिवदयाल माली, केंद्रीय हल्के से डा. संजीव शर्मा व इकबाल सिंह ढिंडसा ने चड्ढा का कड़े शब्दों में विरोध किया और आरोप लगाया कि जो लोग अभी अभी पार्टी में शामिल हुए हैं, उन लोगों को पार्टी की तरफ से टिकट दी जा रही है, जोकि सरासर गलत है। उन्होंने चड्ढा पर भष्ट्राचार के आरोप लगाए और कहा कि वह पैसे लेकर टिकटें बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने पुराने वर्करों को दरकिनार करते हुए ये टिकटें बेची हैं।
टिकट न मिलने से निराश वर्करों से की जाएगी नाराजगी दूर-चड्ढा
प्रेस वार्ता के दौरान टिकट ना मिलने से निराश वर्करों के जख्मों पर नमक छिड़कते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि आज निराश चल रहे पार्टी वर्कर हमारे अपने हैं, और वह इनके साथ बैठकर बात करेंगे। टिकट न मिलने के कारण थोड़ी नाराजगी होती है, जोकि दूर कर दी जाएगी। इकबाल सिंह ढिंडसा ने कहा है कि वह हर हाल में सेंट्रल विधानसभा हलके से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। अब यह पार्टी को तय करना है कि किसे चुनाव लड़ाना है। वहीं डा. संजीव शर्मा का कहना है कि वह पार्टी वर्करों के साथ बातचीत करके अपनी राय देंगे।
इन बातों के कारण भ्रष्टाचारी के कटघरे में आ रहे राघव चड्ढा व पार्टी-
1. पुराने वर्करों को दरकिनार कर नए चेहरों को उम्मीदवारी का दावेदार घोषित करना।
2. पुराने वर्करों को जोड़ने की वजाए लगातार उनके जख्मों पर नमक छिड़कने वाले बयान, ताकि वह पार्टी से दूरी बना सकें।
3. जालंधर विधानसभा के अधिकतर हलकों से आप वर्करों की बजाए कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं को टिकट देना।
4. हाईकमान द्वारा पुरानी वर्करों के साथ हो रही बे इंसाफी जानने के बावजूद भी कोई कार्यवाही न करना।
पंजाब में आप के ग्राफ पर पड़ सकता है भारी असर-
पंजाब में लगातार शिखर पर चल रही आम आदमी पार्टी को पार्टी से खफा वर्करों के कारण गहरा संकट पड़ सकता है। लगातार चुनावों को लेकर अप हो रहे ग्राफ पर इसका भारी असर पड़ सकता है। चड्ढा के फैसले पर ना केवल जालंधर विधानसभा में हलचल मची हुई है बल्कि प्रदेश भर में चड्ढा के फैसले पर विरोध जाहिर हो रहा है।