केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों की बदौलत देशभर में करोड़ों लोग हुए बेरोजगारः सांसद मनीष तिवारी
कहा यूपीए सरकार ने अपने दस साल के कार्यकाल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊबारा था लेकिन अब दोबारा लाखों लोग गरीबी में फंसे
सौतेले व्यवहार के चलते पंजाब को हुआ आर्थिक नुकसान, सिर्फ कैप्टन ही पंजाब को प्रगति के रास्ते पर ले जा सकते हैं
जालंधर, 14 सितंबर–
श्री आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने आज कहा कि केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देशभर में करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं जबकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगवाई में यूपीए सरकार ने अपने दस साल के कार्यकाल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया था मगर एनडीए के कार्यकाल में लोग दोबारा गरीबी की दलदल में फंस गए हैं, जिसमें मध्य वर्ग बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है।
नोटबंदी और जीएसटी को गलत तरीके से लागू करने के कारण देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह डगमगा गई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। मनीष तिवारी ने मंगलवार को जालंधर के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल की कीमत 100 रुपए से ऊपर है और डीजल 90 रुपए से ज्यादा के दाम पर बिक रहा है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स से करीब 25 लाख करोड़ रुपए राजस्व इकट्ठा किया है। जिसमें से 68 फीसदी कलेक्शन बतौर सैस हुई है। मगर ये पैसा राज्यों तक नहीं पहुंचा। पिछले साढ़े चार साल में पंजाब के साथ केंद्र ने जो सौतेला व्यवहार किया है, उससे पंजाब को काफी नुकसान पहुंचा है। पंजाब के आरडीएफ के पैसे हों या फिर जीएसटी कंपनसेशन, हर जगह सौतेला व्यवहार किया गया है। अब काले कानून पास करके पंजाब की किसानी को बर्बाद करने की कोशिश की गई है। जबकि बॉर्डर स्टेट होने के चलते पंजाब को सबसे ज्यादा चुनौतियां पेश हैं, जहां पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों व नशीले पदार्थों की लगातार तस्करी हो रही है। ऐसे में केंद्र का यह रवैया घातक साबित हो सकता है। मगर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह की सूझबूझ और योग्य नेतृत्व में इन चुनौतियों से अच्छे से निपटा गया और कोरोना वायरस महामारी का सामना करना कैप्टन सरकार की कार्यकुशलता को दर्शाता है।
मनीष तिवारी ने कहा कि कृषि कानूनों का सबसे पहले विरोध भी कैप्टन अमरेंदर सिंह की अगवाई में पंजाब सरकार ने ही किया था और विधानसभा में इन कानूनों के खिलाफ कानून पास किया था। इसके अलावा दिल्ली जाकर धरना लगाया था और राष्ट्रपति से मुलाकात की थी। जबकि हरसिमरत कौर बादल उस केंद्रीय कैबिनेट का हिस्सा थीं, जिसमें सबसे पहले ये कानून पास किए गए। मगर वह अभी तक यह नहीं बता पाई कि क्या उन्होंने कैबिनेट बैठक में इस कानून के खिलाफ कोई आपत्ति दर्ज करवाई थी या नहीं।
सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि सिर्फ कैप्टन अमरेंदर सिंह ही पंजाब के सच्चे हितैषी हैं इसलिए पंजाब के सर्वपक्षीय प्रगति के लिए लोगों को 2022 में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनानी चाहिए। इस मौके पर विधायक राजिंदर बेरी, मेयर जगदीश राज राजा,पवन दीवान चेयरमैन पंजाब लार्ज इंडस्ट्रीयल विकास बोर्ड, धर्मेंद्र राणा व अन्य मौजूद थे।