पुलिस ने 487 किलोग्राम कोकीन तस्करी मामले में जर्मन पुलिस द्वारा वांछित अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर को पकड़ा
चंडीगढ़, 10 अगस्त (शैली अल्बर्ट): पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों के साथ एक संयुक्त अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए 487 किलोग्राम कोकीन तस्करी मामले में जर्मन पुलिस द्वारा वांछित अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर को मोगा से गिरफ्तार किया है।
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने शनिवार को बताया कि तस्कर की पहचान सिमरनजोत सिंह संधू (30) के रूप में हुई है, जो जर्मनी में 487 किलोग्राम कोकीन तस्करी मामले (2020) का सरगना है। यह घटनाक्रम मोगा पुलिस द्वारा स्थानीय ड्रग तस्करों बेअंत सिंह और सुखदीप सिंह की गिरफ्तारी के मामले में की गई गहन जांच के बाद सामने आया है, जिन्हें 16 जून, 2024 को एक किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। उनके बयान पर, मोगा पुलिस ने मनदीप सिंह को नामजद किया था – जो वर्तमान में यूएसए में रहता है, और सिमरनजोत सिंह, जो कथित तौर पर उनके निर्देशों पर पंजाब में हेरोइन के खरीदारों की तलाश कर रहा था।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि आरोपी सिमरनजोत संधू एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का मुख्य सरगना है और जर्मनी में ड्रग अपराधों के लिए वांछित है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपियों के अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं और उन्होंने भारत तथा अन्य यूरोपीय देशों में नशीले पदार्थों की तस्करी में प्रमुख भूमिका निभाई है।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुख्यालय डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने डीआईजी फरीदकोट रेंज अश्विनी कपूर और एसएसपी मोगा डॉ. अंकुर गुप्ता के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि एक किलो हेरोइन बरामदगी मामले की अनुवर्ती जांच के दौरान मोगा पुलिस ने बटाला के गांव गोखुवाल निवासी आरोपी सिमरनजोत संधू को मोगा के गांव भलूर से गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी सिमरनजोत 2002 में जर्मनी गया था और वहां टैक्सी चालक के तौर पर काम कर रहा था। मार्च 2020 से जून 2020 की अवधि के दौरान आरोपी ने ब्राजील और अन्य दक्षिण अमेरिकी देशों से सप्लाई की जा रही कम से कम 487 किलोग्राम कोकीन, 66 किलोग्राम मारिजुआना और 10 किलोग्राम हशीश को स्टोर करके जर्मनी के हैम्बर्ग बंदरगाह पर उतारा था। उन्होंने बताया कि आरोपी एनक्रिप्टेड मोबाइल ऐप ‘एनक्रोचैट’ पर संवाद करता था, जिसके जरिए जर्मनी पुलिस ने ड्रग नेटवर्क का पता लगाया। बाद में आरोपी को 28 फरवरी, 2022 को जर्मनी की अदालतों द्वारा नारकोटिक ड्रग्स एक्ट की धारा 29 के तहत 8 साल 6 महीने की सजा सुनाई गई, लेकिन सजा पूरी किए बिना वह जुलाई 2023 में दुबई भाग गया और फिर सितंबर 2023 में भारत आ गया।
आईजीपी ने कहा कि 11 महीने से आरोपी सिमरनजोत गिरफ्तारी से बचने के लिए अमृतसर, चंडीगढ़, राजस्थान, मोगा आदि सहित भारत में विभिन्न स्थानों पर रह रहा है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार आरोपी से भारत में उसकी गतिविधियों की पुष्टि के लिए विस्तृत पूछताछ की जा रही है। मोगा के पुलिस स्टेशन अजीतवाल में एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 के तहत पहले ही एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।