अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर नजदीक किसी प्रकार की राष्ट्रविरोधी गतिविधि की सूचना तुरंत 112 नंबर पर देंः डीसी
गुरदासपुर – (संदीप सन्नी व कमल कुमार बंटी):
डीसी मोहम्मद इश्फाक ने भारत-पाकिस्तान सीमा से लगे गांवों की डिफेंस कमेटियों के सदस्यों के साथ विशेष बैठक की। बैठक के दौरान डिफेंस कमेटियों के सदस्यों को सीमा पार से नशे व हथियारों की तस्करी, ड्रोन गतिविधि और अवैध खनन को रोकने के लिए बीएसएफ और प्रशासन का सहयोग करने को कहा। इस मौके पर बीएसएफ की 58 बटालियन के कमांडेंट एन. गांगुली, सेकेंड-इन-कमांड सुखदेव, एसडीएम दीनानगर विक्रमजीत सिंह, डीएसपी मंगल सिंह, डीडीपीओ संदीप मल्होत्रा, नायब तहसीलदार दीनानगर अभिषेक वर्मा, बीडीपीओ दोरंगला तीर्थ सिंह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
डीसी ने इन गांवों के अलावा दोरांगला ब्लॉक के सीमावर्ती गांवों सलाच, हसनपुर, इस्लामपुर और ताजपुर, बहादुरपुर, चौंत्रा, मुरादपुर, मिर्जापुर, नित्थर, ठाकुरपुर, वजीरपुर जट्टां, लालू चक्क, संदलपुर, मंसूरा, शमशेरपुरा, चक्करी, मैनी मिलाह, मलूक चक्क, नडाला थुंडी, गुंजियां, झंडे चक्क राजा हकीमपुर और मद्देपुर के निवासियों साथ बैठक की।
डीसी ने डिफेंस कमेटी सदस्यों व गांववासियों से मुलाकात करते हुए उन्हें सीमा के पास हर छोटी गतिविधि पर पैनी नजर रखने को कहा। उन्होंने कहा कि सीमा पार से नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी, ड्रोन गतिविधि और अवैध खनन के संबंध में डिफेंस कमेटियों के साथ-साथ सीमावर्ती गांवों के प्रत्येक नागरिक को पूरी तरह से सतर्क रहना चाहिए और जब भी उन्हें ऐसी किसी राष्ट्रविरोधी गतिविधि का पता चलता है, तो वे इसकी सूचना तुरंत 112 नंबर पर सूचना दें।
डीसी ने कहा कि हमारे बीएसएफ जवान हमारी सुरक्षा के लिए दिन-रात सीमा पर खड़े हैं और हमें भी अपने देश की सुरक्षा के लिए उनका सहयोग करना चाहिए। सीमावर्ती गांवों में घूमने वाले अज्ञात व्यक्तियों पर नजर रखी जाए और इसकी सूचना बीएसएफ व पंजाब पुलिस को दी जाए। डीसी ने कहा कि दुश्मन देश ने अब ड्रग्स और हथियारों की आपूर्ति के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, इसलिए जब भी हम किसी ड्रोन की आवाज सुनते हैं, तो इसकी सूचना तुरंत 112 को दी जानी चाहिए। वहीं, मुखबिर की पहचान गुप्त रखी जाएगी। बीएसएफ आईजी द्वारा ड्रग्स या हथियारों की खेप पकड़ने में सहयोग करने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की गई है।
उन्होंने कहा कि गांवों की डिफेंस कमेटियां सक्रिय रूप से कार्य करेंगी और इसमें गांव का नंबरदार, सरपंच, चौंकीदार सहित अन्य गणमान्य शामिल होंगे। डिफेंस कमेटियों के कार्यों की हर माह समीक्षा की जाएगी और अच्छा काम करने वाली कमेटियों को सम्मानित किया जाएगा। उपायुक्त ने सीमावर्ती गांवों के निवासियों के साथ बैठक के दौरान उनकी विकास संबंधी समस्याओं को भी सुना और मौके पर मौजूद अधिकारियों को पहल के आधार पर समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए।
इस बीच, सीमावर्ती गांवों के निवासियों और डिफेंस कमेटियों के सदस्यों ने पूरा आश्वासन दिया कि वे देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सतर्क रहेंगे और बीएसएफ, पुलिस और प्रशासन को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।