एसडीएम नालागढ़ की कार्यशैली के मुरीद हुए नागरिक
?सीएम की गुडअफसरों की पहली लिस्ट में है महेन्द्र पाल गुर्जर का नाम
?फरियादीयों के लिए किसी भगवान् से कम नहीं है यह अधिकारी
विवेक अग्रवाल
ऊना
महेन्द्र पाल गुर्जर ! जी हां यह नाम जवां पर आते ही एक हंसमुख सा चेहरा ,मिलनसार शख्सियत की तसवीर आंखों के सामनै नजर आने लगती है ।यह आईएएस अधिकारी आज किसी प्रशंसा का मोहताज नहीं है ।ईस अधिकारी का काम ही ईसकी पहचान संवय करा देता है । अपनी कार्यशैली के चलते ही यह आईएएस अधिकारी सीएम की प्रथम पंक्ति के गुड अफसरों की लिस्ट में अपना नाम शुमार करा चुका है ।फरियादीओं के लिए किसी फरिश्तें से कम नहीं है यह अधिकारी ,अपने दफ्तर आने वाले प्रतयेक फरियादी का काम तो त्वरित करता ही है यह अधिकारी ,ईसके अलावा वुजुरग फरियादी से गाव का नाम पुछना नहीं भूलता है यह अफसर।साथ ही अगर वस किराया न हो तो अनायास ही ईस अधिकारी का हाथ अपने वटुए की तरफ लपक जाता है व उस फरियादी को वस किराया मिल जाता है । कहावत है कोई भी अधिकारी सरकार की आंख व कान होता है ।यह अधिकारी उस कहावत पर फिट वैठता है ।हर नागरिक ईस अधिकारी की कार्यशैली का मुरीद वन चुका है ।कोरोना काल में ईस अधिकारी की कार्यशैली ने सवको देखा ही है ।देर सायंकाल तक अपने आफिस में वैठकर सरकारी फाईलों को कलीयर करना आम वात वन चुकी है ।जितना हो सके यह अधिकारी सरकारी गाड़ी का प्रयोग कम करता है ।अपने आवास पर लंच के लिए पैदल ही निकल पडता है यह अाफिसर।हर किसी से वात कर उसका हाल चाल पुछना रुटीन की वात वन गई है ।वेवजह किसी काम को लटकाना ईनकी फितरत में ही नहीं है ।अभी हालिया मे सीएम ने नालागढ़ दौरे दोरान ईस अधिकारी की पीठ थपथपाई है । यह अफसर नरम दिल का भी है और पुरी तरह से धार्मिक भावनाओं की कदर करता है ।फुरसत में दफ्तर में वैठने की वजाए वह किसी भी सरकारी प्रोजेक्ट के चल रहे काम को देखने निकल पड़ते हैं ।वकोल एसडीएम वह सरकारी नौकरी में जनसेवा के उदेश्य से ही आए हैं ।कोशिश रहती है कि हर आमजन को राहत मिले। दवोटा में रविवार हो रहे जनमंच को कामयाब वनाने को वह पिछले दिनों से अफसरों से मिंटिग ले रहें हैं ।गांव गाव सूचना पंहुचाई जा रही है ।