जालंधर (देव राज) : “सीबीएसई मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों ने आज शिक्षा को व्यापार बना कर रख दिया है” उक्त आरोप आज निजी स्कू्लों से परेशान अभिभावकों ने एकजुट होकर स्कूलों में बढ़ रही फीस के बारे में हो रही मनमानी को गलत ठहराते हुए लगाए l अभिभावकों द्वारा अपनी माँगों को लेकर जालंधर में आज एक रोष मार्च भी निकाला गया। उल्लेखनीय है की जालंधर में कुछ दिनों से सीबीएसई मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों द्वारा साल 2020-21 का दाखिला और अन्यूअल फीस मांगने पर बच्चों के अभिवावकों द्वारा धरना लगाया गया l अपनी इस मांग को पूरा करने हेतु उनके द्वारा बनाई गई पेरेंट्स एसोसिएशन ने आज अपनी शिकायत जालंधर के डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी को मांग पत्र के रूप में सौंपीl गौरतलब है कि स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिवावकों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दो दिनों से स्कूल प्रशासन और परिजनों के बीच तनातनी का माहौल बना हुआ है। जालंधर के पेरेंट्स को जोड़ने के लिए एसोसिएशन की तरफ से विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप भी बनाए गए है। अभिवावकों ने स्कूल प्रबंधकों पर धक्केशाही करने का आरोप लगाते हुए रोष जाहिर कर रहे है। उनका कहना है कि लॉकडाउन के बावजूद साल 2020-21 का दाखिला अन्यूअल माँगना और नए अकैडमिक सेशन में फीस बढ़ोतरी पर उन पर और बोझ डाल रहा है। अभिवावकों ने स्कूल प्रशासन पर यह भी आरोप लगाए कि पिछली फीस क्लियर करने के बावजूद अब रिजल्ट के लिए पैसे मांगे जा रहे है जो की बेहद गलत है और स्कूल प्रबंधकों को उनके इस रवैये पर सबक सिखाने हेतु आज यह रोष मार्च निकला गया। जालंधर में यह रोष मार्च जालंधर डिप्टी कमिश्नर के ऑफिस पहुंचा और वहां आकर स्कूल प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।