दिल्ली की तर्ज पर पंजाब के टैक्सी आपरेटरों को भी 5-5 हजार रूपए महीना दें पंजाब सरकार- सहगल
– बैंक लोन व टैक्स में छूट देने की यूनियन ने की मांग
पठानकोट ( पवन चावला, वीना पाठक ):
दिल्ली की तर्ज पर पंजाब के टैक्सी आपरेटरों को भी 5-5 हजार रूपए महीना दे पंजाब सरकार। यह बात एकता टैक्सी आपरेटर यूनियन पंजाब ने प्रधान सुरेन्द्र सहगल ने पठानकोट कैंट रेलवे स्टेशन पर एक बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण साल 2020 से ही आर्थिक नुकसान झेल रहे पठानकोट एकता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन पंजाब के लिए अब कोरोना की दूसरी लहर कहर बनकर टूटी है। एक साल से नुकसान झेल रहे टैक्सी ऑपरेटर्स का कारोबार पटरी पर लौटने से पहले ही एक बार फिर से लुढ़क गया है। पठानकोट में अब हिमाचल प्रदेश व जम्मू को जाने वाले पर्यटकों की आमद भी धीरे-धीरे कम होने लगी है, जिस कारण टैक्सी ऑपरेटरों को बुकिंग नहीं मिल रही है। गाड़ियों के इंश्योरेंस रिन्यू न होने से अधिकतर टैक्सी चालकों की गाड़ियां घरों में ही खड़ी हैं।
एकता टैक्सी आपरेटर यूनियन पंजाब के प्रधान सुरिन्द्र सहगल ने बताया कि कई टैक्सी ऑपरेटर्स गत वर्ष से ही बैंक की किस्तें भी नहीं भर पाए हैं। ऐसे में टैक्सी ऑपरेटर्स को चिंता है कि मजबूरन टैक्सियों को बेचकर बैंक का कर्ज चुकाना होगा। परिवार के भरण-पोषण के लिए कोई और रास्ता तलाश करना होगा। पठानकोट सिटी व कैंट स्टेशन पर स्थित टैक्सी ऑपरेटर्स का कारोबार पर्यटन पर निर्भर रहता है। पर्यटक जब हिमाचल व जम्मू कश्मीर के लिए यहां पठानकोट पहुंचते है तो यहां पर्यटन स्थलों का रुख करने के लिए वह टैक्सी का ही सहारा लेते हैं जिससे यहां के सैंकडों टैक्सी ऑपरेटरों की रोजी-रोटी चलती है। प्रदेश में एक बार फिर से लाकडाऊन लगने के कारण उनका करोबार फिर से प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने भी टैक्सी आपरेटरों का दो वर्ष के लिए टोकन व पैंसेजर टैक्स माफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर तेजी से बढने से दिल्ली सरकार ने टैक्सी आपरेटरों को 5000 रूपए महीना व दो महीने का राशन देने की घोषणा की है।
एकता टैक्सी आपरेटर यूनियन पंजाब ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि दिल्ली की तर्ज पर प्रत्येक टैक्सी चालक को 5-5 हजार रूपए महीना दिया जाए तथा इसके साथ ही बैंक लोन की किश्त में छूट देने के साथ-साथ उनका टैक्स माफ किया जाए। इस मौके पर अरुण कुमार सन्नी, ठाकुर पाल सिंह, राजेश लौहरिया, काला सैनी, काका आदि मौजूद थे।