Saturday, December 21, 2024

करवा चौथ आज, बारिश ने डाला रंग में भंग

गुरदासपुर, संदीप सन्नी :
पति की दीर्घायु की कामना से रखा जाने वाला करवाचौथ व्रत 24 अक्टूबर को है। इस व्रत को लेकर महिलाओं में उत्साह चरम पर है। सनातन धर्म की मान्यता के मुताबिक सुहागिनों के करवाचौथ वाले दिन व्रत रखने से उनके पति की दीर्घायु होती है। इसके मद्देनजर बाजारों में भी रौनक खूब दिखाई दे रही है। सुहागिनें इस उत्सव को यादगार बनाने के लिए जमकर खरीदारी में जुटी हैं। विशेषकर आजकल कपडे़ की दुकानों, सौंदर्य प्रसाधनों, मिष्ठान भंडारों, गिफ्ट सेंटरों और आभूषण की दुकानों में भारी भीड़ दिखाई दे रही है।
पति की दीर्घायु के लिए सुहागिनें अपने पतिदेव से आग्रह करके उन्हें ज्वेलरी की दुकानों पर ले जा रही हैं। वहां भी किटी सेट, अंगूठी, टाप्स तथा अन्य गिफ्ट आइटमों की बिक्री बढ़ी है। पति भी पत्नी की खुशी के लिए उनकी हर फरमाइश पूरी करने में जुटे हैं। स्वर्णकार के अनुसार करवाचौथ और धनतेरस के अवसर पर सोने के गहनों की बिक्री विशेष कर बढ़ती हैं।
दुकानदार रमेश ने बताया कि करवाचौथ में वैसे तो बाजार में लाख, एडी, गोल्डन, मेटल व कांच की चूड़ी ही बिकती है। मगर करवाचौथ में ज्यादातर कांच की चूड़ियों की बिक्री होती है। करवाचौथ में कांच की चूड़ी को ज्यादा शुभ माना जाता है, इसलिए इसे शगुन के तौर पर पहना जाता है। इस दिन के लिए कांच की हरे व मजेंटा रंग की चूड़ी की बिक्री ज्यादा होती है। बाजार में 10 रुपये से लेकर 500 रुपये दर्जन की चूड़ी बिक्री के लिए उपलब्ध है।
गौर हो कि यह सुहागिनों के लिए सरगी में विशेष महत्व रखती हैं। हलवाई तरसेम राज के मुताबिक आम दिनों में इनका रेट 100 रुपये प्रति किलो है और व्रत वाले दिन ये प्रति किलो 200-300 रुपये तक बिकती है।
बारिश ने डाला रंग में भंग:
करवा चौथ के एक दिन पहले बारिश में रंग में भंग डालने का काम किया दोपहर 1:00 बजे के बाद से ही आसमान में काले बादल छाने शुरू हो गए, जबकि शाम 4:30 बजे तेज बारिश शुरू हो गई। खुले आसमान में बैठे मेहंदी लगाने वाले और बाजार में मेजों पर लगाए सामान को दुकानदार समय में दिखाई दिए। बारिश की वजह से दुकानदारों का कारोबार प्रभावित हो सकता है।
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