Sunday, December 22, 2024

वन रैंक वन पेंशन कांग्रेस की मनमोहन सरकार की देन, मोदी पूर्व सैनिकों को कर रहे हैं भ्रमित: कै. प्रवीण डाबर

फोटो: मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कैप्टन प्रवीण डाबर
-1971 की लड़ाई की गोल्ड जुब्बली का देश भर में होगा आयोजन
मंडी, 21 अक्तूबर, विवेक अग्रवाल( रेजिडेंट एडिटर- हिमाचल प्रदेश) :
ऑल इंडिया पूर्व सैनिक लीग के समन्वयक एवं 1971 की लड़ाई की गोल्डन जुब्बली आयोजन के संयोजक कैप्टन प्रवीण डाबर ने कहा कि वन रैंक वन पैंशन कांग्रेस की मनमोहन सरकार के समय में लागू की गई है। जबकि मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद एक साल तक इसे लागू नहीं किया। मंडी में पत्रकारों से बात करते हुए कैप्टन प्रवीण डाबर ने कहा कि मोदी सरकार पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन के नाम पर गुमराह कर रही है। उन्होंने माना कि मोदी ने भी पूर्व सैनिकों के लिए बहुत कुछ किया है। लेकिन इसमें सत्तर फीसदी हिस्सा कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने किया है जबकि तीस प्रतिशत मोदी सरकार की देन है। उन्होंने कहा कि 1971 की लड़ाई की गोल्डन जुब्बली जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर को राष्ट्रीय स्तर पर विजय दिवस का आयोजन किया जाएगा। इससे पूर्व जिला और राज्य स्तर के आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में नौ जुलाई से जिला स्तरीय बैठकों का आयोजन किया जाना था। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया था। अब गत दिवस 20 जुलाई से कुल्लू जिला से इसकी शुरूआत कर दी गई है। जहां ब्रिगेडियर टीएस ठाकुर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इन बैठकों में बंगलादेश के निर्माण और 1971 की लड़ाई के इतिहास के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी , रक्षामंत्री बाबु जगजीवन राम, फील्ड मार्शल जनरल मानेक शॅ,एयर मार्शल बीसी लाल और 93 हजार पाक्स्तिानी सैनिकों का समर्पण करवाने वाले जगजीत सिंह अरोड़ा के सामुहिक प्रयास से यह विजय हासिल हुई है। इस लड़ाई में करीब चार हजार बहादुर सैनिक शहीद हुए थे और करीब दस हजार सैनिक घायल हुए थे। उन्होंने बताया कि इस लड़ाई केलिए चार परमवीर चक्र, 77 महावीर चक्र और 513 वीरचक्र मिले हैं। इनमें सैकिंड लैफ्टिनेंट अरूण खेत्रपाल, मेजर होशियार सिंह, लांसनायक अल्वर टेका और फलाइंग आफिसर निर्मल सिंह बतरा को परमवीर चक्र से नवाजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि सेना के सेवानिवृत अधिकारियों को राजनीति में नहीं आना चाहिए। क्योंकि वे राजनीति में अपने को ढाल नहीं पाते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा सेक्ल्यूर भारतीय सेना है। लेकिन भाजपा फिरका परस्त पार्टी है। क्योंकि यह आरएसएस द्वारा संचालित की जाती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस वाले अपनी गलती नहीं मानते हैं। इसके विपरीत कांग्रेस वाले अपनी गलती मान कर उसमें सुधार करने का प्रयास करते हैं। इस अवसर पर ब्रिगेडियर टीएस ठाकुर, जोगिंद्र गुलेरिया, आकाश शर्मा व चंद्रशेखर आदि मौजूद रहे।

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