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कहा कि फरवरी 1997 विधानसभा चुनावों वाला इतिहास कांग्रेस पार्टी के लिए दोहराया जाएगा
कहा कि चन्नी, चीनी मिलों को 360 रूपये प्रति क्विंटल गन्ना एसएपी का सम्मान सुनिश्चित करें
जालंधर, 23अक्टूबर( साहिल कजला) : शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा है कि पंजाब में एक पार्टी के रूप में कांग्रेस पहले ही खत्म हो चुकी है, और जो कुछ बचा है वह केवल कबीले (जनजाति) हैं, यही कारण है कि हर कोई गन्ना उत्पादकों को चीनी मिलों द्वारा 360 रूपये प्रति क्विंटल के राज्य सुनिश्चित मूल्य (एसएपी) से वंचित किए जाने से पीड़ित है।
सरदार बादल ने यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि‘‘ यहां तक कि ये कबीले भी अनगिनत हैं तथा अधिक इकाईयों में बंटे हुए हैं तथा सब के सब एक दूसरे को तबाह करने करने में लिप्त हैं’’।
कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा- “पंजाब में चन्नी सरकार पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है, और किसी को भी यह नही पता कि दूसरा क्या कर रहा है। यह बिल्कूल वैसा ही है जैसा पंजाबियों ने 1997 में देखा था जब श्रीमती राजिंदर कौर भट्ठल ने मुख्यमंत्री हरचरण बराड़ की जगह ली थी। फरवरी 2022 के विधानसभा चुनावों में 1997 वाले विधानसभा वाला इतिहास दोहराया जाएगा , जब कांग्रेस पार्टी ने केवल 14 सीटें जीती थी’’।
सरदार बादल ने मुख्यमंत्री चन्नी से पूछा कि ‘‘ क्या वे कांग्रेस के 2017 घोषणा पत्र से मुकर गए हैं। उन्होने सभी किसानों को पूर्ण कर्जा माफी, नौजवानों को 25 लाख नौकरियां, सभी बेरोजगारों को 2500 रूपये प्रतिमाह, सभी गरीबों को मुफ्त चीनी और चाय और नौजवानों को मोबाइल फोन देने पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए। यही समय है जब चन्नी इन वादों पर अपनी चुप्पी तोड़ें , क्योंकि वह भी उस पार्टी का हिस्सा थे’’।
अकाली अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से यह भी बताने के लिए कहा कि उन्होने गन्ना और कपास उत्पादकों की समस्याओं के समाधान के लिए तुरंत कार्रवाई क्यों नही की। उन्होने कहा कि भले ही राज्य सरकार ने 360 रूपये प्रति क्विंटल एसएपी की घोषणा की थी, लेकिन चीनी मिले इस कीमत का भुगतान करने के लिए तैयार नही थीं। ‘‘ मिलें राज्य द्वारा घोषित एसएपी में गन्ना खरीदने के लिए किसानों के साथ बांड नही भर रही हैं। यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि एसएपी को अधिसूचित नही किया गया है, जिसके कारण आंशकाएं है कि मिलें इन्हे सम्मान नही देंगी’’। सरदार बादल ने मुख्यमंत्री से गुलाबी सुंडी हमले से पीड़ित किसानों को मुआवजा जल्द जारी करने की मांग की। उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि भले ही किसानों को कोई मुआवजा नही दिया गया है लेकिन सरकार विज्ञापनों के माध्यम से इसकी घोषणा कर रही है। उन्होने चन्नी को डीएपी फर्टिलाइजर की कमी को जल्द से जल्द दूर करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री से कार्रवाई करने के लिए कहते हुए सरदार बादल ने कहा कि उन्हे अकेले घोषणाओं तक खुद को सीमित नही करना चाहिए। ‘‘ चन्नी ने एक महीने से कुछ ज्यादा समय में पूरी तरह से 15 हजार करोड़ रूपये की घोषणाएं की है। लेकिन उन्हे हकीकत में बदलने के लिए कोई पैसा जारी नही किया है। यह लोगों को मुर्ख बनाने के लिए किया गया है। उन्होने मुख्यमंत्री से लखीमपुर खीरी में मारे गए चार किसानों के साथ किसान आंदोलन के शहीदों वाला व्यवहार करने और लखीमपुर खीरी के सभी 800 किसान शहीदों को दिए गए पैटर्न पर प्रत्येक को 50 लाख रूपये जारी करने की मांग की’’।
जालंधर शहर की यात्रा के दौरान अकाली दल अध्यक्ष ने एसओआई कार्यकर्ताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया। सैंकड़ों मोटरसाइकल सवारों के साथ वे फगवाड़ा गेट मार्किट, बैंड बाजार, बांस वाला बाजार और मॉडल हाउस रोड का दौरा किया, जहां उन्होने स्थानीय लोगों से बातचीत की तथा कुछ स्थानीय भोजन का स्वाद चखा और सेल्फी खिंचवाई।
पार्टी नेतृत्व के साथ सरदार बादल ने गुरुद्वारा सिंह सभा तथा सतगुरु रविदास धाम में नतमस्तक हुए । उन्होने जांलधर शहर में विभिन्न सभाओं को संबोधित किया और मतदाताओं से आग्रह किया कि वे ऐसी सरकार का विकल्प चुनें , जिसका चौतरफा विकास, शांति तथा साम्प्रदायिक सदभावना सुनिश्चित करने का ट्रैक रिकॉर्ड हो।
अन्य लोगों में चंदल ग्रेवाल, जगबीर सिंह बराड़ , पवन टीनू तथा कुलवंत सिंह मनन भी पार्टी अध्यक्ष के साथ थे।
उन्होने पूर्व डिप्टी मेयर परवेश टांगरी तथा पंजाब गऊ सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन कीमती लाल भगत से भी मुलाकात की। सरदार बादल ने परवेश टांगरी को अकाली दल अध्यक्ष की राजनीतिक मामलों की कमेटी सदस्य नियुक्त किया।
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