जालंधर में ईटीटी टेट पास अध्यापकों ने घेरा भाजपा का दफ्तर
मांगों का हल नहीं निकला तो फिरोजपुर में करेंगे पीएम मोदी का विरोध-अध्यापक यूनियन
जालंधर, 1 जनवरी( अमित अरोरा) : ईटीटी टेट पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन के सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी पंजाब के जालंधर के मुख्य दफ्तर को घेरकर प्रदर्शन किया। अध्यापक यूनियन का मोदी सरकार से मांग है कि नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन के जोधपुर हाईकोर्ट के फैसले को पूरे देश में लागू किया जाए । क्योंकि पंजाब सरकार की तरफ से अध्यापकों के साथ धक्केशाही कर उनके अधिकार छीनने की कोशिशें निरंतर की जा रही हैं।
अध्यापक यूनियन ने कहा कि कांग्रेस सरकार की कार्यकाल पांच साल होने चला है फिरभी अध्यापक वर्ग के लिए कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया । इस दौरान यूनियन के साथियों की पुलिस के साथ भी धक्का – मुक्की हुई। अध्यापक यूनियन के जोर के आगे पुलिस बल भी हर गई और वे भाजपा कार्यालय के एक गेट को तोड़कर मुख्य गेट तक पहुंच गए । अध्यापक यूनियन ने नेताओं ने मांग की कि एनसीटीई के काले कानूनों को रद किया जाए। क्योंकि इसके लागू होने से शिक्षकों का भविष्य अंधकार में जाएगा । यूनियन ने कहा- यदि मांगों का हल नहीं निकला तो 5 जनवरी को फिरोजपुर में प्रधानमंत्री का विरोध किया जायगा । यूनियन ने मांग की कि प्राइमरी एजुकेशन में ईटीटी टेट पास अध्यापकों को ही मौका मिले , जबकि उन्हीं के बराबर बीएड वालों को यह मौका दिया जा रहा है । जिससे उनके भविष्य पर केंद्र की बीजेपी सरकार व केंद्रीय शिक्षा मंत्री कुलहाड़ी चला रहा है । यही नहीं यह काला कानून को जोधपुर हाईकोर्ट रद्द कर चुकी है, उस फैसले को पूरे देश में लागू किया जाए। यूनियन नेता संदीप सिंह ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार की गलत नीति को विरोध करने के लिए ही वे पंजाब कार्यालय में पहुंचे हैं , ताकि उनकी आवाज सेंट्रल तक पहुंचाई जाए । राज्य सरकार ने 15 हजार पोस्टें तो निकाली , परन्तु केंद्र की काले कानून की वजह से उन्हें पोस्टें नहीं मिल पा रही हैं । यही कारण है कि वे विरोध के रास्ते को अपना रहे हैं । फिरोजपुर में पांच जनवरी को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह मोदी के दौरे में उनका भी विरोध करेंगे । दूसरी तरफ अध्यापकों ने करीब आधे से पौना घंटा तक हंगामा किया । इस दौरान केंद्रीय कैबिनेट मंत्री एवं पंजाब विधानसभा चुनावों के प्रभारी गजेंद्र शेखावत और प्रदेश महामंत्री सुभाष शर्मा कार्यालय के भीतर प्रेसवार्ता कर रहे थे । जिसे खत्म करने के बाद वे शिक्षकों से रूबरू हुए और उन्होंने आश्वासन दिया कि वे उनकी समस्याओं के संबंधी बात करेंगे और इसका वे जल्द से जल्द हल निकालेंगे । साथ ही उन्होंने दो जनवरी को शिक्षा मंत्री से बैठक कराने का आश्वासन भी दिया , ताकि शिक्षक वर्ग को उनका बनता हक मिले।