शिमला, विवेक अग्रवाल:
हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की पत्नी पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस की प्रत्या्शी हो सकती हैं। इस बात की भनक मंडी, कुल्लू व लाहुल-स्पीति जिले के कांग्रेस नेताओ की आपसी चर्चा से लग रही है। इस क्षेत्र के नेताओं का कहना है कि प्रतिभा सिंह से सशक्त कोई दूसरा उम्मीदवार नहीं हो सकता है। वैसे भी प्रतिभा सिंह दो बार इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। और इस समय वर्तमान सरकार की कारगुजारी को देख कर भी लगता है आम जनता भी बदलाव के मूड में है। उधर राजा वीरभद्र सिंह के जाने के बाद प्रदेश में उनके प्रति सहानुभूति भी काम आ सकती है। बताते हैं कि प्रत्याशी की संभावना जांचने के लिए जो समिति बनी थी उसका भी यही मानना है अब हाईकमान इस पर अंतिम फैसला लेगा। वैसे प्रत्याशी के तौर पर उनके नाम की चर्चा पिछले काफी दिनों से थी। कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने भी होलीलॉज जाकर प्रतिभा सिंह से इस बारे में मुलाकात की है। इस दौरान विधायक विक्रमादित्य सिंह भी मौजूद थे। इस मुलाकात का पूरा फीडबैक राजीव शुक्ला ने पार्टी हाईकमान के समक्ष रख दिया है अब टिकट पर अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान ही करेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के धड़े के लोगों ने अंदर खाते चुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी है। यह मंडी से प्रतिभा सिंह को सबसे मजबूत दावेदार मान रहे हैं। इतिहास गवाह है कि 19 साल तक यह संसदीय क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व उनके परिवार की कर्मभूमि रही है। प्रतिभा सिंह किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। अगर प्रतिभा सिंह चुनाव लड़ने की हामी नहीं भरती है तो फिर वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर को प्रत्याशी बनाए जाने की वकालत की जा सकती है। सूत्र बताते हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे आश्रय शर्मा की एक-दो पदाधिकारियों को छोड़ किसी ने उनके नाम की पैरवी नहीं की।