धान की ग़ैर कानूनी आमद को रोकने के लिए 11 उड़न दस्तों की तरफ से 21 स्थाई नाकों पर चौबीस घंटे रखी जा रही नज़र: डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी
कहा, सरकार किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए वचनबद्ध
जालंधर में अन्य राज्यों से धान की ग़ैर कानूनी और अन अधिकारिक आमद का कोई मामला रिपोर्ट नहीं हुआ: डी.एफ.एस.सी.
जालंधर, 22 अकतूबर
अन्य राज्यों से पंजाब में धान की ग़ैर कानूनी आमद को रोकने के लिए ज़िला प्रशासन जालंधर की तरफ से अलग -अलग उड़न दस्तों और चैकिंग टीमों के द्वारा जिले के अलग -अलग स्थानों पर 24 घंटे निगरानी को विश्वसनीय बनाया जा रहा है।
इससे सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर श्री घनश्याम थोरी ने बताया कि प्रशासन की तरफ से 11 उड़न दस्ते गठित किये गए हैं, जिन की तरफ से दिन रात काम किया जा रहा है जिससे अन्य राज्यों से पंजाब में धान की ग़ैर कानूनी आमद को रोके जाने को विश्वसनीय बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले भर में 21 स्थाई चैक पाइंट (नाके) स्थापित किये गए हैं, जहाँ फ्लाइंग सकुऐडस, जिन में ख़ुराक और सिविल सप्लाई विभाग, ज़िला प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारी शामिल हैं, की तरफ से ज़िला जालंधर से गुज़रने वाले वाहनों की चैकिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन टीमों द्वारा यह विश्वसनीय बनाया जा रहा है कि कोई भी वाहन किसी भी रूट पर ऐसीं गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम न दे सके।
श्री थोरी ने आगे बताया कि राज्य सरकार की तरफ से अपने निर्देशों में ज़िला आधिकारियों को अन्य राज्यों से धान की ग़ैर कानूनी आमद को रोकने के लिए ऐसी चैकिंग शुरू करने के लिए कहा गया था, जिस के बाद प्रशासन की तरफ से राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा -निर्देशों को लागू करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने आगे कहा कि इन उड़न दस्तों की तरफ से चालू खरीद सीजन के पूर्ण होने तक अपनी कार्यवाही जारी रखी जायेगी। उन्होने यह भी कहा कि धान के ग़ैर कानूनी परवाह को रोकने का फ़ैसला राज्य के किसानो के हित मेँ लिया गया है क्योंकि पिछले कुछ सालों में पंजाब में धान की ग़ैर -कानूनी ट्रांसपोर्टेशन के कई मामले रिपोर्ट किये गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि जिले में इस तरह की कोई घटना घटती है तो ऐसीं गतिविधियाँ करने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जायेगी क्योंकि पंजाब सरकार राज्य के किसानों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए वचनबद्ध है।
इस दौरान, ज़िला ख़ुराक और सिविल सप्लाई कंट्रोलर हरशरन सिंह ने कहा कि अभी तक जिले में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उन्होने कहा कि विशेष टीमों की तरफ से स्थिति पर नज़र रखी जा रही है और प्रशासन की तरफ से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।