पुलिस कमिश्नर ने किया सुखमीत डिप्टी कत्ल केस की गुत्थी सुलझाने का दावा, आरोपीओ की हुई पहचान और केस में नामज़द
कहा, आर्मीनिया के गैंगस्टर गौरव पटीयाल की तरफ से रची गई थी साजिश
जालंधर निवासियों और पुलिस आधिकारियों /कर्मियों का उनके सहयोग के लिए किया धन्यवाद
कोविड -19 महामारी दौरान सहयोग करने के लिए लोगों की प्रशंसा की
जालंधर, 21 अगस्त:
पुलिस कमिश्नर जालंधर श्री गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुलिस की तरफ से सुखमीत सिंह डिप्टी के कत्ल केस की गुत्थी को सुलझा लिया गया है और आरोपीयो की पहचान कर ली गई है।
बतौर डी.आई.जी. लुधियाना रेंज का पद संभालने जा रहे पुलिस कमिश्नर ने कहा कि शहर में इस जुर्म की बहुत चर्चा थी और पुलिस के लिए यह बहुत बड़ी चुनौती थी,जिस को उन बहुत थोड़े समय में हल कर लिया है। उन्होंने बताया कि इस अपराध में शामिल आरोपीयो की पहचान गौरव पटियाल, गैंगस्टर विकास माले, जालंधर से पुनीत और एक ओर पंजाबी नौजवान के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि इन आरोपीयो को इस कत्ल केस में नामज़द किया गया है।
.भुल्लर ने बताया कि पटीयाल इस घटना का मुख्य सरगना था,जिस की तरफ से यह सारी साजिश रची गई और इस समय पर वह अर्मीनिया की जेल में है। उन्होंने बताया कि पुलिस की तरफ से गुड़गायों के मुलजिम विकास माले और दूसरे दो मुलजिमों को काबू करने के लिए अलग -अलग पहलूयों पर काम किया जा रहा है, जिन्होंने ने जालंधर में इस जुर्म को अंजाम दिया।
पुलिस कमिशनर ने यह भी बताया कि मन्नापुरम गोल्ड लूट में ज़रुरी बाकी मुलजिमों को गिरफ़्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम को बिहार के समस्तीपुर भेजा गया है।
पुलिस कमिशनर दफ़्तर में अपने आखिरी दिन स्र.गुरप्रीत सिंह भुल्लर की तरफ से शहर में पुलिस और लोगों के बीच सुखदाई माहौल बनाने के लिए जालंधर निवासियों, पुलिस आधिकारियों और करमियें की तरफ से दिए गए बेमिसाल सहयोग को याद किया गया। उन्होंने कहा कि जालंधर निवासियों की तरफ से कोविड -19 महामारी दौरान कीमती जानें बचाने के लिए पुलिस के साथ कंधो के साथ कंधा जोड़ कर काम किया गया है। उनहोंने यह भी बताया कि लोगों और पुलिस टीमें के बीच नज़दीकी तालमेल ने न सिर्फ़ स्ट्रीट क्राइम को ख़ात्म किया बल्कि इस के साथ सनैचिंग की घटनाओं में भी बहुत बड़े स्तर पर कमी लाई।
उन्होंने बताया कि जब उन्होंने सितम्बर 2018 में पद संभाला था तब उनके सामने पुलिस अधिकारी की माता का कत्ल और मकसूदा पुलिस थाने में धमाका दो बड़ी चुणौतिया थी।. भुल्लर ने कहा कि वैज्ञानिक और तकनीकी नज़रिए से पहलूयों से पड़ताल करते हुए दोनों अपराधों को कम से कम समय में हल किया गया, जो कि पुलिस के लिए बहुत बड़ी कामयाबी है।