उत्तर प्रदेश, 16 जून (ब्यूरों) : शराब माफियाओं के खिलाफ खबरें प्रकाशित करने पर नाराज माफियाओं ने शुलभ श्रीवास्तव पत्रकार की कर दी थी निर्मम हत्या, जिससे आक्रोशित उत्तर प्रदेश के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री योगी को संबोधित ज्ञापन जिले के अधिकारियों को सौंपा। संबोधित ज्ञापन में दिवंगत पत्रकार के हत्यारों सहित इस घटना में शामिल दोषी अधिकारियों पर कडी कार्यवाही करने तथा इस घटना की सीबीआई जांच सहित पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा व दिवंगत पत्रकार की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। ज्ञापन देने उपरांत प्रेस क्लब के सदस्यों ने कहा कि इस तरह की घटनाएँ प्रेस की आजादी पर चोट मारने के लिए हैं, इस तरह की घटनाएँ कलम की ताकत को नहीं दबा सकते। प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा को मुख्यमंत्री योगी यकीनी बनाए। पत्रकार वर्ग देश के नागरिकों को जागरूक करने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए अपनी जान की परवाह न करते हुए भ्रष्टाचार को उजागर करते हैं परंतु सरकारें उनकी सुरक्षा के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं करती, ऐसे में सरकार भी पत्रकार के आवाज़ को कुचल ने में लगी हुई है। यदि वक़्त रहते DGP उत्तर प्रदेश कोई ठोस कदम उठाते तो शायद पत्रकार सुलभ आज हमारे बीच होते।
पत्रकार संघ ने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में आए दिन पत्रकारों पर हमला होती हैं, कई सच्चे पत्रकारों की हत्या की जाती रही हैं। पत्रकारिता देश का चौथा स्तम्भ होने के बावजूद सरकारें इनकी सुरक्षा करने में विफल रही हैं। पिछले कई अर्से से उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की हत्याएं हुई है। पत्रकार के हत्या संबंधी सरकार ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। या तो फाइल गायब कर दी या रिपोर्ट तलब ही नहीं किया गया। प्रदेश सरकार भी नहीं चाहती हैं कि प्रदेश में भ्रष्टाचार उजागर हो।