मंडी, हिमाचल प्रदेश :
कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर मंडी वासियों ने भारतीय सेना के वीर सैनिकों के बलिदान को पूरे दिल से याद कर उनकी पुनीत स्मृतियों को नमन किया। लगातार जारी बारिश में भी जनता का उत्साह देखने लायक था। दिल में सेना के प्रति कृतज्ञ भाव लिए लोग शहीद स्मारक मंडी में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में मौजूद रहे।
इस मौके जिला प्रशासन, पुलिस, सेना और नगर निगम सहित आम नागरिकों ने पुष्प चढ़ाकर वीर सैनिकों को श्रद्धाजंलि अर्पित की ।
इस अवसर पर उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने समारोह में उपस्थित सभी लोगों को देश की अखंडता व सम्मान की रक्षा की शपथ दिलाई । सभी ने कारगिल युद्ध के उन वीर शहीदों, जिन्होंने देश की अखण्डता व सम्मान की रक्षा हेतु, अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपने प्राण न्यौछावर किये हैं, उनकी पुनीत स्मृति एवं शौर्य को नमन करते हुए, प्रतिज्ञा ली कि देश के गौरवमय इतिहास की रक्षा हेतु, पूर्ण रूप से समर्पित रहेंगे।
अरिंदम चौधरी ने कहा कि प्रशासन सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों की सेवा में सदैव तत्पर है। उनकी समस्याओं के निदान को विशेष प्राथतिकता दी गई है।
कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर, जो वर्तमान में पूर्व सैनिक कल्याण निगम के अध्यक्ष हैं, ने कारगिल युद्ध के अपने अनुभव साझा किए।
उन्होंने कहा कि कारगिल विजय दिवस हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। उन्होंने कहा 3 मई, 1999 को शुरू हुआ कारगिल युद्ध साल 1999 को आज के ही दिन यानि 26 जुलाई को समाप्त हुआ था। इस यु़द्ध में हमारी बहादुर सेना ने दुश्मनों को खदेड़ कर तिरंगे की शान को और ऊंचा किया था।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मंडी में शहीद स्मारक बनवाकर बड़ा सराहनीय काम किया है। ये आने वाली पीढि़यों के लिए वीर सैनिकों के अदम्य साहस से प्रेरणा लेने और श्रद्धांजलि अर्पित करने का पावन स्थल होगा।