गुरदासपुर-(संदीप सन्नी):
शहर में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों तक कुत्तों के झुंड दिखाई देते हैं। आवारा कुत्तों के काटने के मामले शहर में पिछले कुछ दिनों से आम दिखाई दे रहे हैं। देर शाम या सुबह को सैर पर निकलने वाले राहगीरों पर आवारा खूंखार कुत्ते आए दिन हमला कर रहे हैं।
ऐसा ही मामला रविवार रात साढ़े दस बजे सामने आया। सूजल (17) पुत्र महिंदरपाल निवासी गीता भवन रोड ने बताया कि वह अपने मोटरसाइकिल पर मंदिर में सेवा के बाद घर लौट रहा था। गीता भवन रोड पर पहुंचते ही कुछ खूंखार कुत्तों ने मोटरसाइकिल को घेर लिया। कुत्ते मोटरसाइकिल के पीछे भागने लगे, जिसके चलते मोटरसाइकिल अनबेलेंस हो गया और वह सड़क पर जा गिरा। इस दौरान सात-आठ कुत्तों ने उस पर हमला बोल दिया।
आवारा कुत्तों ने उसे हाथों और पैरों पर काट लिया। इसी दौरान पीछे से आए कुछ मोटरसाइकिल सवारों ने मौके पर पहुंचकर आवारा कुत्तों के झुण्ड के चंगुल से उसे आजाद कराया। घायल सूजल का कहना है कि अगर उक्त लोग समय पर न पहुंचते तो कुत्ते उसे मार डालते।
पिछले दिनों गीता भवन रोड पर आवारा कुत्तों का झुंड 40 वर्षीय अज्ञात को दो घंटे तक नोचता रहा था-
बता दें कि गीता भवन रोड पर लगातार आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं। कुछ समय पहले गीता भवन रोड पर आवारा कुत्तों के झुंड ने एक 40 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति को बुरी तरह से नोच डाला था। कुत्ते करीब दो घंटे तक उक्त व्यक्ति को नोचते रहे थे। इस घटना के बाद से इलाके में कुत्ते बेहद खूंखार हो चुके हैं।
इस घटना के अगले ही दिन कुत्तों ने गीता भवन रोड निवासी सुरेश कुमार कुक्का को शिकार बनाया था। जब वह सैर करने के लिए हनुमान चौक से तिब्बड़ी रोड पर पहुंचा तो सात 8 आवारा कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। उसने काफी देर कुत्तों का सामना किया, लेकिन वे कुते उसके पीछे लगे रहे, जब वहां से भागने की कोशिश की तो एक कुत्ते ने उसे काट लिया। शाम लाल को भी कुत्तों ने काट लिया था।
प्रशासन नहीं ले रहा शूद:
आवारा खूंखार कुत्तों द्वारा लगातार हमला करने के बाबजूद प्रशासन नहीं ले रहा शूद। स्थानीय लोगों द्वारा शिकायत करने बाबजूद आम लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं । एक ही जगह अलग- अलग घटनाये होने के बाबजूद आवारा कुत्तों से निजात दिलाने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रही हैं। सूजल ने कहा कि शायद जिला प्रशासन कोई अप्रिय घटना का इन्तजार कर रही हैं।