बिलासपुर, 10 अगस्त (अरुण डोगरा रीतू):
बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक तथा जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रधान बंबर ठाकुर ने कहा है कि देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से डॉक्टरों की टीम किसी निजी अस्पताल में मरीज का इलाज करने गई है । उन्होंने प्रश्न किया कि इस के पीछे किसका हाथ है और किस के निर्देश पर यह डॉक्टर बिलासपुर के एक छोटे से निजी अस्पताल में गए। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से इस बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर की बुरी हालत का अनुमान इस बात से लग जाता है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के पिता को तीसरी बार बिलासपुर के ही निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। उन्होंने नड्ढा के पिता के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की। उन्होंने कहा कि हुए पिछले 3 दिनों से बिलासपुर के क्षेत्रीय अस्पताल की अव्यवस्था का मुद्दा उठा रहे हैं लेकिन उन्हें कहा जा रहा है कि वह दुर्व्यवहार कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि सरकारी डॉक्टर जो लाखों रुपए का वेतन लेते हैं वह आम जनता के मरीजों का इलाज नहीं करेंगे तो उनसे प्रश्न किया जाना लाजमी है कि वह किस लिए तैनात किए गए हैं । उन्होंने कहा कि आम लोगों के लिए इस तरह के प्रश्न को अगर दुर्व्यवहार कहा जाता है तो वह इस दुर्व्यवहार को बार-बार करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि एम्स प्रशासन को इस बात का जवाब देना होगा कि किस के निर्देश पर एम्स के डॉक्टरों की टीम निजी अस्पताल में गई और अगर गई तो उसका जो भी खर्चा हुआ वह एम्स प्रशासन को देना होगा। उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह की धांधली चलती रही तो वह इस मुद्दे को लेकर उच्च न्यायालय में जाएंगे और एम्स के बाद भी धरना प्रदर्शन करेंगे । उन्होंने कहा जिस दिन उन्होंने क्षेत्रीय अस्पताल में धरना प्रदर्शन किया उस दिन इस अस्पताल के एमएस ने स्वयं उनसे यह कहा कि अस्पताल में छह डॉक्टरों की कमी है और अल्ट्रासाउंड तथा सीटी स्कैन और डायलिसिस नहीं हो रहे हैं। बंबर ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में यह सारी सुविधाएं आम जनता के लिए उपलब्ध थी और टेस्ट भी 24 घंटे एस आर एल के माध्यम से किए जाते थे। लेकिन अब यह सुविधा मात्र 3 घंटों के लिए उपलब्ध है । उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र से जगत प्रकाश नड्डा पहले प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री रहे उसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मंत्री बने और अब पार्टी के सर्वोच्च मुखिया हैं उन्हें अपने क्षेत्र में इस अस्पताल के बारे में संज्ञान लेना चाहिए और इन प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए कि आखिर क्यों इस अस्पताल में अव्यवस्था फैली है। पत्रकार वार्ता में उनके साथ नईम शेख भी उपस्थित थे।